Tonk। टोंक में ताज मंज़िल राज टाकीज़ रॉड निवासी असमा खान व सरफ़राज़ दिल्लीवाला के बेटे हाफ़िज़ सफ्फान दिल्लीवाला ने 97 परसेंटाइल से नीट 2025 परीक्षा पास करली है,
इसी के साथ व अपने ननिहाल व ददिहाल के खानदान में पहले डॉक्टर बन ने जा रहे है, गौर तलब यह है की हाफ़िज़ सफ्फान के माता पिता ने इस्लामी तालीमात की एहमियत समझते हुए 7वीं कक्षा में सफ्फान को स्कूल से हटा कर क़ुरआन हिफ़्ज़ करने के लिए मदरसे में एडमिशन करा दिया था, जिसके बाद 3 साल तक सफ्फान मदरसे जा कर सिर्फ क़ुरआन हिफ़्ज़ कर रहे थे ।
वहीं उनकी माता असमा उन्हें घर पर ही स्कूली पढ़ाई करा रहीं थी, जिसके बाद 3 साल में पूरा क़ुरआन हिफ़्ज़ करने के पश्चात हाफ़िज़ सफ्फान को दोबारा स्कूल में एडमिशन दिलाया गया, जहां उन्हें 1 साल पीछे की क्लास में एडमिशन मिला,
इस बात पर सफ्फान का कहना है की बेशक वो स्कूली पढ़ाई में एक साल लेट हुए लेकिन क़ुरआन हिफ़्ज़ करने की वजह से उनका दिमाग़ बोहोत ज़्यादा खुला और तेज़ हुआ और उनकी याद करने और समझने की क्षमता बोहोत ज़्यादा बढ़ गई थी, जिसकी वजह से ही वो नीट परीक्षा में कामयाब हो सके,
माता असमा का कहना है की स्कूल छुड़ा कर क़ुरआन हिफ़्ज़ करने के लिए मदरसे में डालना एक बड़ा फैसला था लेकिन इस फैसले में पिता सरफ़राज़ दिल्लीवाला का हर कदम पर साथ देना बोहोत बड़ी बात थी,
पिता सरफ़राज़ ने हाफ़िज़ सफ्फान के स्कूल, मदरसे एवं कोचिंग के सभी टीचर्स का शुक्रिया अदा किया और बताया कि इस कामयाबी के पीछे सफ्फान की मेहनत के साथ साथ उनके टीचर्स का सबसे बड़ा योगदान है,
गौर तलब है की हाफ़िज़ सफ्फान के नीट में 97 परसेंटाइल ला कर चयन से पूरे टोंक में खुशी की लहर है, बता दें की हाफ़िज़ सफ्फान टोंक के प्रतिष्ठित ताज परिवार से हैं और मशहूर फोटोग्राफर आहसन रशीद खान व समाज सेविका नजमा आहसन के नवासे हैं ।दादा सैफुद्दीन दिल्लीवाला और दादी रज़िया सैफ ने बताया की सफ्फान हमारे खानदान का पहला डॉक्टर बनेगा, परिवार के और बच्चों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी