भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 74 वर्षीय धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए त्यागपत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि डॉक्टरी सलाह के मद्देनज़र वे स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहे हैं।
राष्ट्रपति को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा, “स्वास्थ्य की प्राथमिकता और डॉक्टरी सलाह के चलते मैं तत्काल प्रभाव से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहा हूं।” उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिमंडल का भी आभार जताया।

धनखड़ ने 2022 में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 528 मतों से हराकर यह पद हासिल किया था।
वर्तमान में संसद का मानसून सत्र जारी है और धनखड़ राज्यसभा के सभापति होने के नाते इस सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे। सत्र के बीच में इस्तीफा देने वाले वे पहले उपराष्ट्रपति बन गए हैं।
भारत के उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं, यानी वे राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन करते हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद जब तक नया उपराष्ट्रपति नियुक्त नहीं होता, तब तक राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन उपसभापति करेंगे।
संविधान के अनुच्छेद 91 के अनुसार, उपराष्ट्रपति का पद रिक्त होने की स्थिति में राज्यसभा के उपसभापति को कार्यकारी सभापति (Acting Chairman) की जिम्मेदारी सौंपी जाती है।
वर्तमान में यह पद हरिवंश नारायण सिंह के पास है। हालांकि, उनका कार्यकाल भी इसी महीने समाप्त होने जा रहा है, जिससे राज्यसभा में अध्यक्षीय भूमिका को लेकर अस्थायी स्थिति बन गई है।
कौन कब रहा भारत का उपराष्ट्रपति





